किडनी में संक्रमण के लिए आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic treatment for Kidney Infection in Hindi)
जब किडनी इन्फेक्शन का नाम आता है तो लोगों के दिमाग में कई सारे विचार एक साथ जन्म लेते हैं| जैसे अब क्या होगा? हमें क्या खाना होगा? हम कभी ठीक हो पाएंगे या नहीं? पर क्या आप जानते हैं कि किडनी इन्फेक्शन होता क्या है और यह कैसे होता है? और आपको किडनी इन्फेक्शन है, इस बात का पता आपको कैसे चले? आज हम आपको यह बताएँगे कि किडनी इन्फेक्शन के क्या कारन है और इसके क्या लक्षण होते हैं|
किडनी का काम:
किडनी हमारे शरीर में फ़िल्टर का काम करती है| यह आपके ब्लड को छानकर उसको साफ़ रखती है| साथ ही यह शरीर से गंदगी बाहर निकाल देती है| जब शरीर से गंदगी बाहर निकलती है तो इससे शरीर स्वस्थ रहता है| और शरीर के बाकी अंग भी सुचारू रूप से चलते हैं| जब किडनी खराब होती है इससे शरीर के बाकी अंग भी अपना काम ठीक से करते हैं| किडनी की खराबी अक्सर बदलती जीवनशैली की वजह से होती है| या फिर हमारे लिए गए अनावश्यक आहारों के सेवन की वजह से भी होता है|
किडनी इन्फेक्शन का कारण:
किडनी इन्फेक्शन का प्रमुख कारण यूरिन में उपस्थित बैक्टीरिया की वजह से होता है| किडनी और यूरिन में इन्फेक्शन का 80% जिम्मेदार एसेरीचीया कोली (ई कोली) बैक्टीरिया होते हैं| ये बैक्टीरिया यूरिन के रास्ते से होते हुए ब्लेडर तक पहुँच जाते हैं| जहाँ पर यह बड़ी संख्या में खुद की वृद्धि करके यूरिन की नली के माध्यम से किडनी तक पहुँच जाते हैं और किडनी में इन्फेक्शन कर देते हैं|
एसेरीचीया कोली बैक्टीरिया जो आपके किडनी और यूरिन दोनों में इन्फेक्शन करता है| वैसे तो इन्फेक्शन कोई भी वह सेहत के लिए हानिकारक ही होता है| परन्तु किडनी इन्फेक्शन आपके स्वास्थ को ज्यादा हानि पहुंचता है| क्योंकि किडनी आपके ब्लड को साफ़ करने का काम करती है| अगर किडनी में ही इन्फेक्शन है तो वह स्वाभाविक सी बात है वह आपके ब्लड में भी इन्फेक्शन को बढाएगी|
अब बात करते हैं किडनी की समस्या के बारें में कि किडनी में समस्या कैसे हो सकती है – हम जब भी किसी चीज़ का सेवन करते हैं| तो उसको डाइजेस्ट होने में समय लगता है और हमारे द्वारा लिए गए आहार से जो भी वेस्ट मटेरियल होता है, किडनी उसको बाहर करती है| हमारे शरीर के वेस्ट मटेरियल को क्रिएटिनिन कहा जाता है| जो कि प्रोटीन के अधिक सेवन से बनता है| जब हम अपने आहार में अधिक प्रोटीन वाली चीज़ों का सेवन करते हैं, तो उससे क्रिएटिनिन स्तर में वृद्धि हो जाती है| जो कि ब्लड में मिलकर शरीर के पूरे हिस्से में फ़ैल जाता है| जिसके बाद ही किडनी की समस्या का आगमन आपके जीवन में होता है|
किडनी में प्रॉब्लम का कारण आपके द्वारा लिया गया अनावश्यक आहार है, जो कि आप बिना कुछ सोचे समझे सिर्फ स्वाद के लिए खा लेते हैं| आप इस बात पर एक बार भी ध्यान नही देते, कि अनहेल्थी खाना आपके स्वास्थ को ख़राब करने की शुरुआत है|
ज्यादा स्पाइसी फ़ूड, अनहेल्थी खाना, हेवी फ़ूड खाने से किडनी के काम में दबाब पड़ता है| जिसके कारण आपकी किडनी ब्लड में से क्रिएटिनिन को सही ढंग से साफ़ नहीं कर पाती जिससे आपके ब्लड में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ जाता है और आपके यूरिन में क्रिएटिनिन का स्तर कम होने लगता है| जो कि आपकी हेल्थ के लिए हानिकारक होता है|
अब हम किडनी इन्फेक्शनके कुछ मुख्य कारण के बारें में बात करते हैं –
अगर बात करें किडनी इन्फेक्शनके बारें में तो इसको साफ़ शब्दों में यह भी कह सकते हैं, कि किडनी के काम में किसी भी तरह से पड़ने वाला अधिक दबाब किडनी इन्फेक्शनका कारण हो सकता है| किडनी इन्फेक्शनके कई कारण हो सकते हैं| इसका कोई एक निश्चित कारण नहीं होता| आज हम आपको बताते हैं कि किडनी इन्फेक्शनके कारण –
- यूरिनरी कैथेटर :-
जिन लोगों को किसी कारण से यूरिनरी कैथेटर्स जिसको पेशाब नलिका भी कह सकते हैं| वो लगी हो और लम्बे समय से उसको बदला ना गया हो तो भी यह इन्फेक्शन का कारण होता है|
- किडनी स्टोन : –
जिन लोगों को किडनी में स्टोन होता है, अक्सर उन लोगों को पेशाब ना होने की समस्या बनी रहती है| यूरिन का सही तरह से ना होना किडनी इन्फेक्शनको आमंत्रित करता है|
- डायबिटीज : –
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, उन लोगों का इम्यून सिस्टम वीक होता है| जिससे किडनी इन्फेक्शनका खतरा बढ़ जाता है|
- वेसिको यूरेरिक रिफ्लक्स :-
यह ऐसी स्थति होती है, जब मनुष्य के शरीर में यूरिन का प्रवाह ब्लेडर से किडनी की तरह उल्टा फ्लो होने लगता है तो किडनी इन्फेक्शन होता है|
यह कुछ कारण हैं, जिनसे किडनी में इन्फेक्शन होता है| अब अपनी चर्चा को आगे बढ़ाते हुए हम अब किडनी इन्फेक्शनके कुछ लक्षण को जानते हैं:
- अगर आप हर वक़्त थकान, चक्कर जैसा कुछ महसूस करते हैं तो यह किडनी के इन्फेक्शन का लक्षण है|
- इसके बाद आपको नींद ना आना, भूख ना लगना और अक्सर उल्टी का मन होना किडनी के इन्फेक्शन की वजह से हो सकता है|
- कुछ लोगों के पैरों में, हाथों में या आँखों के नीचे सूजन होती है, जो किडनी में कुछ खराबी का संकेत आपको देता है|
- किडनी में इन्फेक्शन का सबसे मुख्य कारण यूरिन में कुछ problem होना जैसे – यूरिन में कमी होना, दर्द, जलन और यूरिन में खून होना|
ये तो थी बातें किडनी इन्फेक्शनहोने के कारण और उसके लक्षण के बारें में| अब कुछ चर्चा इन सब चीज़ों को अपने जीवन से दूर करने के लिए भी कि जाएं| जी हाँ! दोस्तों, कोई समस्या इतनी अधिक इसलिए बढ़ जाती है, क्योंकि हम उसकी शुरुआत को अक्सर नज़रअंदाज़ करते हैं| और हमारा ऐसा करना हमारे स्वास्थ को मुश्किल में डाल देता है| तो अपनी मुश्किल को कम करने के आप क्या कर सकते हैं, तो इस विषय पर हम बातें करेंगे –
हम आज आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताते हैं, जिनकी मदद से आप किडनी इन्फेक्शन जैसी समस्या को अपने जीवन से अलविदा कह सकते हैं| (Kidney Infection Treatment in Ayurveda)
- बेकिंग सोडा :
अगर किडनी इन्फेक्शनको दूर करने है तो इसके लिए बेकिंग सोडा काफी फायदेमंद होता है| 1.5 lit. पानी में आधा चम्मच बेकिंग सोडा मिलकर इसका प्रतिदिन सेवन करें तो आप अपनी किडनी को इन्फेक्शन से बचा सकते हैं|
- लहसुन :
रोज सुबह खाली पेट लहसुन के 2 पीस पानी के साथ लेने से आप किडनी के इन्फेक्शन को दूर रख सकते हैं| परन्तु आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि जो किडनी के मरीज़ हैं, वो इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें |
- सेब का सिरका :
किडनी के लिए सेब का सिरका सबसे अच्छा और बेहतर घरेलू उपचार है| इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो कि किडनी इन्फेक्शन की समस्या को दूर करता है| रोजाना आप एक गिलास गर्म में दो चम्मच सेब के सिरके को मिलाकार उसका सेवन करने से किडनी बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बची रहती है|
आपको इस बात का विशेष ध्यान देना है कि अगर आपको किडनी से सम्बंधित कोई भी परेशानी है तो आप इन सभी चीज़ों का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें|