“अपने स्वास्थ का ध्यान न देना, अपने मन का भोजन करना, सेहत पर क्या नुक्सान करता है, इससे क्या कर्क पड़ता,
आज का इंसान सेहत पर नहीं सिर्फ स्वाद पर विश्वास करता है”
शरीर में बढ़ता क्रिएटिनिन आपके शरीर में कई सारी बीमारियों का कारण बनता है| जिसके लिए जरुरी है कि आप अपनी जीवनशैली में कुछ ऐसे बदलाव करें जो आपको स्वस्थ रखते हैं| क्योंकि अपने आहार पर सिर्फ स्वाद पर ध्यान देना आपके शरीर में कई सारी बीमारियों को आमंत्रित करना होता है| आपका स्वाद पर विश्वास रखने का नतीजा आपके शरीर में क्रिएटिनिन का निर्माण करता है|
क्रिएटिनिन मेटाबोलिज़्म का एक सब्सटेन्स, जो आपके द्वारा खाए गए भोजन को एनर्जी में बदलते वक़्त टूट जाता है| इसको सामान्य समझा जाये तो यह आपके लिए आहार से बनता है| क्रिएटिनिन एक प्रकार का वेस्ट मटेरियल है, जिसका आपके ब्लड में अधिक होना आपकी किडनी के लिए हानिकारक होता है और साथ ही आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है| आपके शरीर में क्रिएटिनिन का बढ़ना आपके लिए हानिकारक हो सकता है| जब आप अपने आहार में ऐसी चीज़ों का अधिक सेवन करते हैं जिसको पचा पाना आपके शरीर लिए मुश्किल होता है तो इससे आपके शरीर में क्रिएटिनिन बढ़ने लगता है|
क्रिएटिनिन बढ़ने का सबसे पहला लक्षण है यूरिनरी फंक्शन में बदलाव| अगर आपको यूरिनरी फंक्शन में बदलाव नजर आये जैसे रात के समय पेशाब अधिक जाना, पेशाब करने में जलन और दर्द होना, पेशाब लगने जैसा एहसास होना पर पेशाब न होना और पेशाब में ब्लड दिखना| अगर ऐसे कोई लक्षण आपको अपने शरीर में नजर आये तो यह क्रिएटिनिन बढ़ने का एक संकेत है|
क्रिएटिनिन बढ़ने में कारण शरीर में सूजन आने की समस्या भी हो सकती है| जिसमें आपको हाथ पैरों में सूजन, आँखों में सूजन, चेहरे पर सूजन होना भी आपके बढ़ते क्रिएटिनिन की वजह बनता है|
जब आपके शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ेगा तो आपकी किडनी ब्लड को छान नहीं सकेगी, इसके साथ ही ब्लड के निर्माण में कमी आएगी, जिसके कारण आपके शरीर में रक्त कम होगा| जिसके कारण आपको चक्कर आना, थकान लगना और कमजोरी महसूस होने जैसी समस्या आती है|
आपके शरीर में बढ़ता क्रिएटिनिन आपके वजन को तेजी से कम करता है|
इसके अलावा त्वचा में खराबी भी आ सकती है|
अगर आपकी त्वचा में बेमौसम स्किन में कुछ बदलाव देखने मिले जैसे अचानक त्वचा का फटना, रेशेज होना और बहुत ज्यादा खुजली होना यह सभी समस्या शरीर के अंदर बढ़ने वाली गंदगी की वजह से होता है| जो कि इस बात को इंडीकेट करते हैं कि आप के ब्लड में क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ गया है|
क्रिएटिनिन एक मेटाबॉलिक पदार्थ है, जो आहार को एनर्जी में बदलने के लिये सहायता देते समय टूट कर क्रिएटिनिन में बदल जाता है| जिसको आपकी किडनी छानकर ब्लड से बाहर निकाल देती है| परन्तु आपके द्वारा की गई कई सारी गलतियां आपके शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को बढ़ा कर आपको किडनी रोगी बना सकती है|
किडनी के मरीजों को क्रिएटिनिन लेवल कम करने के लिए हमेशा उन्हें ऐसे आहार दिए जाते हैं जिसमें अधिक मात्रा मे प्रोटीन और कैल्शियम न पाया जाता हो| क्योंकि ऐसे आहार न सिर्फ क्रिएटिनिन के स्तर को बढाते हैं बल्कि यह समय पर डाइजेस्ट भी नहीं होते और इससे आपकी किडनी पर प्रभाव पड़ता है|
अपनी रोजाना की डाइट में घीया, टिंडा, तोरी, परवल, हरा कद्दू, इन चीज़ों को शामिल कर सकते हैं| इसके साथ ही आप प्याज, पत्तागोभी, करेला, शिमला मिर्च और गाजर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं| यह सभी सब्जियां शरीर में क्रिएटिनिन को बढ़ने से रोकती है और किडनी को स्वस्थ रखती हैं|
आप फलों में सेब, अमरुद, पपीता और नाशपाती को शामिल कर सकते हैं| इनका सेवन आपको स्वस्थ रखता है साथ ही आपके क्रिएटिनिन को कम करने में मदद करता है|
इसके साथ ही अनाज में किडनी के मरीज गेहूं के आटे की रोटी, धुली मुंग दाल, अरहर दाल और चावल का सेवन कर सकते हैं|
कुछ खास तरह की हर्बल टी आपके रक्त में उपस्थित क्रिएटिनिन की मात्रा को कम करने में सहायता करती है| हर्बल टी किडनी साफ़ रखने में मदद करती है| साथ ही यह आपके यूरिन की मात्रा को बढ़ाता है| जब यूरिन सही मात्रा में रिलीज होती है तो इससे अधिक मात्रा में क्रिएटिनिन शरीर के बाहर निकल जाता है| जो कि आपके शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को सामान्य बनाये रखता है|
नेटल लीफ आपके रेनल एक्सक्रीशन को बढ़ाने में मदद कर सकती है, साथ ही यह आपके यूरिन की मात्रा को बढ़ाता है जो आपके शरीर में जमा क्रिएटिनिन को भी बाहर निकालने में मदद कर सकता है| नेटल लीफ को सप्लिमेंट्स के रूप में लिया जा सकता है या फिर इसे चाय के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है| नेटल लीफ से आपको यूरिन सही मात्रा में रिलीज होती है जिससे आपके शरीर में जमा गंदगी बाहर निकल जाती है| नेटल लीफ में हिस्टामिन नामक तत्व होता है जो किडनी में पहुंचकर ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देता है जिससे यूरीन का फिल्ट्रेशन बढ़ जाता है|
सैल्विया एक तरह का हर्ब होता है, जो ग्लोगेरुलर फिल्ट्रेशन रेट को बढ़ाने में मदद करता है| जिससे आपकी किडनी के काम में बढ़ावा मिलता है और आपकी किडनी आपके शरीर में जमा क्रिएटिनिन को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है| सैल्विया में लिथेस्पर्मेट-बी होता है, जो कि रेनल फंक्शन को बढ़ावा देने में मदद करता है|
डिहाइड्रेशन की वजह से भी आपका क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ सकता है| शरीर में पानी की कमी आपके यूरिन की मात्रा में कमी करने का कारण बनता है| यूरिन के जरिये ही क्रिएटिनिन शरीर से बाहर निकलता है| इस पर अगर आप पानी का सेवन कम मात्रा में करते हैं तो इससे आपके शरीर में विषैले पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते और यह आपकी किडनी को खराब करने का कारण बनते हैं| दिनभर में सात से आठ ग्लास पानी पीना ही चाहिए| जिससे आपका शरीर स्वस्थ बना रहे| डिहाइड्रेशन की वजह से आपका क्रिएटिनिन लेवल बढ़ सकता है जिसके लिए जरुरी है कि आपका शरीर हाईड्रेटेड बना रहे|
इसके अलावा –
भी आपके शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को कम करने में मदद करता है|
ध्यान रहे: यह सभी डाइट आपके शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं| लेकिन जिनकी किडनी में खराबी है उन्हें इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है|
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